लामबन्दी। Mobilization
लामबन्दी वह प्रक्रिया है जो व्यक्तियों को किसी भी संघर्ष के लिए तैयार करती है ताकि भविष्य में आने वाली बाधाओं का निराकरण किया जा सके। लामबन्दी का अर्थ सामाजिक परिप्रेक्ष्य में व्यक्तियों के आपस में जुड़ने से है। समाज के व्यक्तियों व नागरिकों को किसी समस्या से निपटारे के लिए सामाजिक आदर्शों व मूल्य के अनुसार तत्पर करना, इसमें शामिल है।
लामबन्दी के प्रकार
लामबन्दी के प्रकार निम्नलिखित हैं
सांस्कृतिक लामबन्दी संस्कृति एक व्यापक शब्द है जिसमें प्रथाएँ, रूढ़ियाँ, रीति-रिवाज, परम्पराएँ, आदर्श, मूल्य, संस्कार, रीतियाँ आदि शामिल है। संस्कृति अपने समाज के सदस्यों को व्यवहार के ढंग, तौर-तरीके व आदर्शों को सिखाती है, जिसके द्वारा व्यक्ति समाज में उचित स्थान प्राप्त कर सके। इसके साथ-साथ संस्कृति अनेक आवश्यकताओं की पूर्ति का भी साधन है, और यदि कोई अन्य उसके इन आदर्शों पर प्रहार करती है, तो वह उसे अपने अस्तित्व की रक्षा करना भी सिखाती है।
संस्कृति बनाम लामबन्दी
भारतीय संस्कृति जीवन दर्शन, व्यक्तिगत और सामाजिक सामुदायिक विशेषताओं भूगोल, विज्ञान के विकास क्रम, विभिन्न समाज, जातियों के कारण बहुत विशिष्ट है। यह भिन्नता-विभिन्नता सहज और स्वाभाविक है। की माँग के अनुसार हमारी भारतीय संस्कृति सार्वभौमिक सत्यों पर खड़ी है और इसी कारण वह चारों ओर गतिशील होती है। जिस संस्कृति में युग परिवर्तित होने की क्षमता नहीं होती, वह पिछड़ जाती है। संस्कृति आत्मा को ही मुख्य मानती है। शरीर और मन की शुद्धि भी आवश्यक है। भारतीय अनेक सामाजिक गुण; जैसे- धैर्य, संयम, ज्ञान, धर्म, विश्वास, मूल्य, आदर्श, मानदण्ड, आदि का संचार मानव के अन्दर करने का प्रयास करती है, जिसका उद्देश्य मानव के व्यक्तित्व का विकास करना होता है तथा संस्कृति उसे महान् कार्यों के लिए प्रोत्साहित करती है ताकि यदि कभी किसी अवस्था में सांस्कृतिक मूल्यों में सघर्ष की स्थिति पैदा हो, तो समाज के सदस्य इस संघर्ष का परिपक्वता के साथ सामना कर सकें। संस्कृति को उस समाज में रहने के कारण मिलती है। संस्कृति ही वह वस्तु होती है जो मानव को सुसंस्कृत बनाकर समाज की हर परिस्थिति से निपटने में सहायता प्रदान करती है, जिससे सामाजिक व्यवस्था सुदृढ़ हो जाती है और समाज व देश उन्नति के पथ पर आगे बढ़ते हैं।
सामाजिक लामबन्दी सामाजिक लामबंदी एक प्रकार की सामूहिक क्रिया है। इसमें व्यक्तियों और संगठनों के अनेक विशाल अनौपचारिक समूह होते हैं, जिनका ध्येय किसी विशिष्ट सामाजिक मुद्दे पर केन्द्रित होता है दूसरे शब्दों में ये समाज में कोई परिवर्तन कराना चाहते हैं या किसी का विरोध करते हैं या किसी सामाजिक परिवर्तन को समाप्त कर पूर्व स्थिति में लाने का प्रयत्न करते हैं। अतः यह व्यक्ति की सामूहिक सामाजिक संघर्ष का प्रतीक है।
साम्प्रदायिक लामबन्दी साम्प्रदायिकता उस राजनीति को कहा जाता है, जो धार्मिक समुदायों के बीच विरोध और झगड़ा पैदा करती है और किसी एक समुदाय को किसी न किसी अन्य समुदाय के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित करती है। अतः एक समुदाय के लोग अपने समुदाय की ही सर्वोपरि मानते हैं और उसी के आदर्शों को अपनाते हैं और यदि अन्य समुदाय के लोग उसके समुदाय की किसी भी प्रकार से हानि पहुँचाने का प्रयत्न करते हैं, तो वह एक जुट होकर उसका सामना करते हैं।
राजनीतिक लामबन्दी राजनीतिक लामबन्दी शब्द से उस प्रक्रिया का बोध होता है, जिसमें शासक अभिजन, प्रति-अभिजन, रजनीतिक दल दवाब समूह या अन्य समूहों द्वारा राजनीतिक शक्ति के सामाजिक स्रोतों पर नियन्त्रण स्थापित करने हेतु जनसमर्थन जुटाने एवं जनसमर्थन को एकताबद्ध करने का गम्भीर प्रयास किया जाता है। वस्तुतः राजनीतिक लामबन्दी वह प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से राजनीतिक दल, अन्य समूह एवं शासक वर्ग अपने राजनीतिक अस्तित्व की मजबूती के लिए राजनीति के उन सामाजिक उद्भव स्रोत केन्द्रों पर नियन्त्रण प्राप्त करते हैं, जिन पर पहले उसका नियन्त्रण नहीं होता। राजनीतिक शक्ति का वास्तविक उद्भव स्रोत सामाजिक संरचनाएँ हैं। इस प्रसंग में यह प्रक्रिया उस तथ्य की बाधक है, जिसके माध्यम से राजनीतिक दल अपनी शक्ति के सामाजिक स्रोतों को जागृत करके अपने शक्तिवर्द्धन के लिए उन्हें प्रतिष्ठापित करता है।