कम्प्यूटर के प्रकार । Types of Coreputer
कम्प्यूटर के अनेकों प्रकार और उप प्रकार हैं, लेकिन आम जनता का जिस प्रकार के कम्प्यूटर से साक्षात्कार होता है वे इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल पर्सनल कम्प्यूटर होते हैं। इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर को तीन श्रेणियां हैं:
एनालॉग कम्प्यूटर
• डिजिटल कम्प्यूटर और हायब्रिड कम्प्यूटर एनालॉग कम्प्यूटर कुछ विशिष्ट प्रकार के कम्प्यूटर हैं जिनका उपयोग किसी भौतिक प्रतिक्रिया का मॉडल बनाकर उस प्रतिक्रिया को निरंतर सुचारु रूप से जारी रखने के निर्देश देने के लिए होता है। इस प्रकार के कम्प्यूटर अब सिर्फ प्रयोगशालाओं तक सीमित रह गए हैं।
डिजिटल कम्प्यूटर हो वे कम्प्यूटर हैं जो करोड़ों की संख्या में आम जनता की सेवा विश्व के कोने-कोने में कर रहे हैं और तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।
हायब्रिड कम्प्यूटर उपरोक्त दोनों प्रकार के कम्प्यूटरों के श्रेष्ठ गुणों को अपने में समाए हुए हैं।
डिजिटल कम्प्यूटर मुख्यतः चार तरह के होते हैं:
. माइक्रो कम्प्यूटर, मिनी कम्प्यूटर,
मेनफ्रेम कम्प्यूटर तथा सुपर कम्प्यूटर
इनमें माइक्रो कम्प्यूटर जिन्हें आजकल व्यवहार में सिर्फ माइक्रो कहा जाता है, सबसे अधिक प्रचलन में हैं क्योंकि ये बहुत छोटे आकार के और टेबल पर रखे जाने योग्य होते हैं और आम व्यावसायिक आदमी की क्रय क्षमता के अन्तर्गत आते हैं।
माइक्रो कम्प्यूटर मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं:
1. पर्सनल कम्प्यूटर
2. होम कम्प्यूटर
3. एजुकेशनल कम्प्यूटर
4. इलेक्ट्रॉनिक डायरी या ब्रीफकेस कम्प्यूटर
1980 में कम्प्यूटर बनाने वाली संसार की सबसे बड़ी फर्म आई.बी.एम. (I.B.M.) ने टी.वी. जैसे मॉनीटर के साथ पर्सनल कम्प्यूटर श्रृंखला जारी की। बाद में इसकी नकल में सैकड़ों कम्पनियों ने अपने-अपने ब्रांड वाले पर्सनल कम्प्यूटर बनाए जो कि आई.बी.एम. कंपेटेबिल (IBM Compatible) कम्प्यूटर कहलाए। ऑटोमेटिक बिजनेस मशीन के क्षेत्र में आई.बी.एम. का दबदबा तो पहले से ही था पर्सनल कम्प्यूटरों ने आई.बी.एम. को शीर्ष स्थान पर ला दिया। बड़े आकार के लगभग सभी मेनफ्रेम कम्प्यूटर आई.बी.एम. द्वारा ही बनाए गए।
पर्सनल कम्प्यूटर श्रृंखला की सबसे बड़ी विशेषता है इनका आपस में सुसंगत (Compatible) होना तथा इन पर चल सकने वाले सॉफ्टवेयरों का हजारों की संख्या में उपलब्ध होना। यदि हम ग्रामोफोन को हार्डवेयर कहें तो उसमें प्रयोग होने वाले रिकार्डों के अन्दर रिकार्ड किए गानों को सॉफ्टवेयर कह सकते है। इसी प्रकार यदि टी.वी. हार्डवेयर है तो उस पर दिखाए जाने वाले प्रोग्राम सॉफ्टवेयर हैं। आई.बी.एम. ने अपनी पर्सनल कम्प्यूटर श्रृंखला के लिए हजारों सॉफ्टवेयर तैयार करवाए। कम्प्यूटर पर हर तरह के कार्यों के लिए सॉफ्टवेयर बनाए गए हैं। किसी सॉफ्टवेयर की मदद से वर्ड प्रोसेसिंग कार्य किए जा सकते हैं तो किसी अन्य से सारिणियों से भरे डॉक्यूमेन्ट ड्राइंग बनाने के लिए अलग सॉफ्टवेयर हैं तो अनुवाद के लिए अलग। आई.बी.एम. से टक्कर लेने वाली दूसरी श्रृंखला है एप्पल। लेकिन एप्पल कम्प्यूटर का अधिकतर प्रयोग
डी. टी. पी. (Desk Top Publishing) के लिए होता है।
एप्पल श्रृंखला के कम्प्यूटरों ने प्रकाशन के क्षेत्र में अपना विशिष्ट स्थान बना लिया है। प्रकाशन-विधा से सम्बन्धित सभी प्रकार की सुविधाएं डी.टी.पी. सॉफ्टवेयरों वेन्चुरा या पेज मेकर में उपलब्ध हैं। कई भाषाओं और लिपियों में तथा तरह-तरह की स्टाइलों में लेखों को नियोजित किया जा सकता है और सभी प्रकार के ग्राफिक्स कार्य किए जा सकते हैं। जिस्ट सॉफ्टवेयर के द्वारा संसार की किसी भी लिपि में वर्ड प्रोसेसिंग और व्यंजनात्मक कार्य किए जा सकते हैं।
पर्सनल कम्प्यूटरों की विशेषता है उनका सस्ता होना पर्सनल कम्प्यूटर तीन प्रकार के होते हैं: पी.सी., पी.सी.एक्स.टी. तथा पी.सी.ए.टी.पी.सी. सिर्फ प्रारम्भिक उपयोग के लिए बनाए गए हैं। ज्यादातर सॉफ्टवेयर इन पर नहीं चलाये जा सकते। पी.सी.एक्स.टी. (PC-XT) छोटे व्यवसायियों और उद्यमियों के लिए बनाए गए हैं। उच्च स्तर के कार्यों के लिए पी.सी.ए.टी. (PC-AT) की जरूरत होती है। इनकी रैम मेमोरी क्रमशः लगभग 640 किलोबाइट, 640 किलोबाइट तथा 1 से 4 मेगाबाइट तथा इनकी कीमतें क्रमश: 14000/-, 20000/- तथा 30000/- रुपये हैं जिनमें प्रिन्टर की कीमत शामिल नहीं है।
नवम्बर 1993 में आई.बी.एम. और एप्पल ने पावर पी.सी. श्रृंखला जारी की है जिसकी गति 150 मेगाहर्ट्ज से अधिक आंकी गई है। ये एक प्रकार से मिनी सुपर कम्प्यूटर कहे जा सकते हैं। इन पर लगभग हर प्रकार के सॉफ्टवेयर चल सकेंगे। इलेक्ट्रॉनिक डायरी नोटबुक (Notebook) और ब्रीफकेस कम्प्यूटर (Laptop Computer) वे पर्सनल कम्प्यूटर हैं जो कि पी.सी.ए.टी. से भी अधिक शक्तिशाली हैं। इन्हें कॉर्पोरेट जगत की आवश्यकतानुसार बनाया गया है। इस कम्प्यूटर में करोड़ों रुपये का कारोबार करने वाली कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, चेयरमैन या प्रेसीडेन्ट के लिए आवश्यक सभी विवरण भरे जा सकते हैं अर्थात् ब्रीफकेस में पूरी कम्पनी का लेखा-जोखा और कारोबार संबंधी सभी दस्तावेज संग्रहीत किए जा सकते हैं।